17 मार्च 2023 की शाम में असग़र गोंडवी फॉउंडेशन की जानिब से 5वीं तरही शेरी नशिस्त और शोकसभा (क़मरुद्दीन कमर, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष) संस्था के संरक्षक नजमी कमाल के आवास पर आयोजित की गईं। नशिस्त की सदारत जमील आज़मी और निज़ामत शेख़ शम्स ने की।
मुख्यअतिथि कर्नलगंज के मशहूर समाजसेवी डॉक्टर हबीबुल्लाह रहे जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर डॉ ताहिर यूसुफ़ ने शिरकत की। नशिस्त का आग़ाज़ आतिफ़ गोंडवी की नात से हुआ। बाद में सभी शाइरों ने तरही पंक्ति (न तुम ही लौट के आए न वक़्त ए शाम हुआ) पर अपने अपने तरही कलाम के साथ-साथ कमरुद्दीन पूर्व चेयरमैन को याद करते हुए श्रद्धांजलिक शेर भी पेश किए।
कलाम पेश करने वालों में जमील आज़मी, नजमी कमाल, अज़्म गोंडवी, ईमान गोंडवी, मुजीब अहमद, अंजुम वारसी, जमशेद वारसी, आतिफ़ गोंडवी, अफ़सर हसन, ख़ालिद बेग, आक़िफ़ खोचड़, अतीकुर्रहमान खाँ, सुफ़यान मुजीब, अभिषेक श्रीवास्तव, अल्हाज गोंडवी, अरबाज़ ईमानी !
जमील आज़मी ने कहा- निज़ामे दहर बदलता रहा है लाख मगर, जो अहले ज़र्फ़ थे उनका ही अहतराम हुआ नजमी कमाल ने कहा- तमाम उम्र जिया था जो दूसरों के लिए, उस एक शख़्स का जीना ही क्यों हराम हुआ, अज़्म गोंडवी ने कहा- हम अहले दिल हैं हसद दिल मे कुछ नहीं रखते, तुम्हारा नाम हुआ तो हमारा नाम हुआ।
अफसर हसन ने कहा- तुम्हारे दर पे गया जो भी शादकाम हुआ। दिली मुराद मिली खूब एहतमाम हुआ। ईमान गोंडवी ने कहा- तेरे बदन पे नहीं रूह पर करेगा वार, अगर क़लम मेरा तलवारे बेनियाम हुआ। आतिफ़ गोंडवी ने कहा- बता रहे हैं तमाशाई को बदन के निशाँ, बड़े जतन से किसी का सफ़र तमाम हुआ।
जमशेद वारसी ने कहा- ये और बात है पी ली शराबे ज़ीस्त मगर, कभी ये दिल न हमारा शरीके जाम हुआ। आक़िफ़ खोचड़ ने कहा- पटा रहे थे किसी और को पटी कोई और, कहाँ ठहरना था हमको कहाँ क़याम हुआ। अल्हाज गोंडवी ने कहा- तमाम नेमतें अल्लाह ने अता की हैं, न हमसे शुक्र हुआ और न अहतराम हुआ।
सामईन में ख़ास तौर से डॉ सादिर, सभासद वली मुहम्मद, फ़ैज़ बारी, महबूब एडवोकेट, सय्यद इरफान मोईन, मनीष कुमार सोना, डॉ विक्की, अदील मास्टर, शाहबाज़ सिद्दीक़ी, अनस मेवातियान, बशीर ख़ान, शावेज़ सिद्दीक़ी, अरशद ख़ान, नुरूल हुदा ख़ान, तालिब ख़ान वग़ैरा मौजूद रहे।
आख़िर में नजमी कमाल ने मुबारक माह रमज़ान का ज़िक्र करते हुए लोगों से कहा कि इस माह में रब की इबादत ख़ूब करे और मुल्क में अम्न, सलामती और आपसी भाईचारे के लिए दुआ करें, और फिर तशरीफ़ लाए सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।
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संपादक- A R Usmani ख़बर हिंदी
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