छेड़खानी के मामले में जबरन सुलह समझौता कराने का आरोप
पुलिस पर लगा जबरन सुलह कराने का आरोप
रणविजय सिंह
कटरा बाजार, गोण्डा। क्षेत्र के गोसाईं पुरवा टेढ़ी गांव की महिला प्रमिला व उसके देवर रामकुमार को दीवान द्वारा जबरन खींचकर थाने में ले जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में महिला अपने देवर का हाथ खींचकर थाने के अंदर न ले जाने की गुहार कर रही है, वहीं पुलिस द्वारा उसे बेरहमी से खींचकर अंदर ले जाकर उसके मामले में जबरन सुलह कराने का आरोप लगाया जा रहा है।
मामला कटरा बाजार थाना अंतर्गत गोसाईं पुरवा टेढ़ी गांव का है, जहां की रहने वाली प्रमिला का आरोप है कि उसका पति बाहर आन्ध्र प्रदेश में रहता है। आरोप है कि 5 जुलाई की रात वह अपने दो छोटे बच्चों के साथ सो रही थी, तभी उसके घर के बगल में रहने वाले उमा प्रसाद शराब के नशे में आकर उसके साथ छेड़खानी करने लगा। जब वह उसका विरोध कर चिल्लाने लगी तो लाठी-डंडे से मारपीट कर गाली देते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया.
FIR दर्ज करने के बजाय सुलह समझौता कराने का प्रयास
जिसकी सूचना उसने थाने पर दी लेकिन उसकी एफआईआर दर्ज नहीं हुई, जिस पर उसने सीओ करनैलगंज नवीना शुक्ला से मिलकर गुहार लगाई। सीओ ने उसे कार्रवाई का आश्वासन देते हुए पुनः थाने पर भेज दिया। प्रमिला का आरोप है कि पुलिस उक्त मामले में उसकी एफआईआर दर्ज करने के बजाय शनिवार को थाना दिवस पर सुलह समझौता कराने का प्रयास करने लगी। प्रमिला इस पर सहमत नहीं हुई और अपने देवर रामकुमार के साथ थाने से बाहर आ गई।
पुलिस कप्तान से कार्रवाई करके की मांग
महिला का आरोप है कि इस पर थाने का दीवान मृत्युंजय उसके देवर को बाहर से खींचते हुए थाने के अंदर ले गया और जबरन सुलह करा दिया। प्रमिला के पति राम बक्स ने बताया कि वह इसकी शिकायत पुलिस कप्तान से करके कार्रवाई की मांग करेगा। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक करुणाकर पांडेय ने बताया कि उन लोगों का कोई पुराना जमीनी विवाद था। दोनों पक्षों को बुलाकर सुलह समझौता करा दिया गया था। उन्होंने कहा कि आरोप निराधार है। वायरल वीडियो का मामला सामने आया है जिसकी जांच की जा रही है।
छेड़खानी का झूठा आरोप लगा रही महिला : सीओ
करनैलगंज सर्किल की सीओ नवीना शुक्ला ने वीडियो जारी कर कहा है कि जमीनी विवाद को छेड़खानी दिखा कर गलत तरीके से कार्रवाई की मांग की जा रही थी। जांच के दौरान पाया गया कि इन दोनों का जमीनी विवाद था, जिसे थाना समाधान दिवस पर आपसी समझौता कराकर निपटाया गया है। आरोप गलत है।