गोण्डा। सरकारी अस्पतालों में बीमार मवेशियों के मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने के साथ ही किसानों को सरकार की सुविधाओं एवं योजनाओं का लाभ मुहैया कराने का दावा किया जा रहा है लेकिन जिले के काजीदेवर में स्थित पशु अस्पताल के फार्मासिस्टों द्वारा खुलेआम दवाओं के एवज में धन वसूला जा रहा है।
झंझरी ब्लाक की ग्राम पंचायत काजीदेवर में स्थित पशु अस्पताल के फार्मासिस्ट दयाशंकर शुक्ल व चौरसिया पर काजीदेवर (चैनवापुर) गांव निवासी संतराम दूबे पुत्र ब्रह्मादत्त दूबे का आरोप है कि वह सरकारी पशु अस्पताल में पशुओं के लिए पाउडर (मिनरल मिक्चर) लेने गया था। किसान संतराम दूबे का कहना है कि पाउडर के लिए वह पांच रूपये सरकारी शुल्क देने लगा तो फार्मासिस्ट दयाशंकर शुक्ल व चौरसिया ने लेने से इंकार कर दिया और 200 रूपये की मांग की।
आरोप है कि जब कृषक ने कहा कि सरकार द्वारा मुफ्त दवाएं दी जाती हैं फिर रूपया क्यों मांगा जाता है? इस पर दोनों फार्मासिस्टों ने कहा कि जिस सरकारी पशु अस्पताल में फ्री में दवाएं दी जा रही हैं, वहीं से जाकर ले लो। इतना ही नहीं, आरोप है कि बेलगाम फार्मासिस्ट मारपीट पर उतारू हो गए और किसान को धक्के देकर अस्पताल से बाहर निकाल दिए तथा धमकी देते हुए कहा कि जहां शिकायत करनी हो, कर लो। हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। किसान संतराम दूबे ने जिलाधिकारी डॉ उज्ज्वल कुमार से जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।
Read More- जब खुद ही खड़े हो गये डीएम साहब…