गोंडा | संवाददाता: दिव्यांश कसौंधन
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव गोंडा पहुंचीं और सर्किट हाउस में जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की समस्याएं सुनीं। इस दौरान उन्हें 12 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए. जिनमें घरेलू हिंसा, विद्युत विवाद, ज़मीन संबंधी झगड़े, जबरन शादी जैसे संवेदनशील मुद्दे शिकायतों में प्रमुख रहे।
अपर्णा यादव ने सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को त्वरित और निष्पक्ष निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के प्रति सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
संस्थानों का किया औचक निरीक्षण
जनसुनवाई से पूर्व उपाध्यक्ष ने कर्नलगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC), कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, बालिका (बालगृह), और मंडल कारागार के महिला बंदी गृह का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान कई व्यवस्थागत खामियां सामने आईं, जिस पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए।
कन्या जन्मोत्सव में बांटी खुशियां
अपर्णा यादव ने जिला महिला चिकित्सालय में नवजात बालिकाओं के जन्म पर केक काटकर “कन्या जन्मोत्सव” मनाया। इस अवसर पर उन्होंने बालिकाओं के परिजनों से बेटियों को शिक्षा और सुरक्षा देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि समाज में बेटियों को सम्मान और सशक्तिकरण के भाव से आगे बढ़ाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
जनसुनवाई कार्यक्रम के उपरांत उपाध्यक्ष ने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। बैठक में महिला और बालिकाओं से जुड़ी योजनाओं की प्रगति और समस्याओं पर चर्चा की गई।
इस बैठक में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:
- डॉ. रश्मि वर्मा– मुख्य चिकित्साधिकारी
- महेश प्रकाश– मुख्य राजस्व अधिकारी
- अशोक गुप्ता– उपजिलाधिकारी सदर
- शिल्पा वर्मा- क्षेत्राधिकारी लाइन
- अतुल कुमार तिवारी– जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
- संतोष कुमार सोनी– जिला प्रोबेशन अधिकारी
- सत्य प्रकाश सिंह– समाज कल्याण अधिकारी
- चेतना सिंह– वन स्टॉप सेंटर मैनेजर
- दीपशिखा शुक्ला– काउंसलर
- ज्योत्सना सिंह– जेंडर स्पेशलिस्ट