तलाशी के दौरान मिला मोबाइल और वाहन
चित्रकूट। पुलिस अधीक्षक श्रीमती वृन्दा शुक्ला ने बताया कि निलम्बित जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, जेलर संतोष कुमार व जेल वार्डन जगमोहन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनकी तलाशी में एक-एक मोबाइल फोन व चार पहिया वाहन बरामद कर सीज किया है। बरामद वाहन की इएमआई अब्बास अंसारी व निखत बानो की मदद से चुकाई गई है।
सोमवार को पुलिस अधीक्षक श्रीमती वृन्दा शुक्ला राघव प्रेक्षागार में पत्रकारों से रूबरु हुईं। उन्होंने बताया कि दस फरवरी को जिला कारागार में गैरकानूनी गतिविधियां चलने की सूचना पर डीएम अभिषेक आनन्द व उन्होंने छापेमारी कर कारागार की संवेदनशील बैरकों की जांच की थी। जेल में बन्द अब्बास अंसारी अपनी बैरक में नहीं था। इस बाबत कारागार कर्मियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि कारागार कार्यालय के एक कमरे में मुलाकात की अनुमति दी गई है।
जेल के कमरे में मिली अब्बास की पत्नी
मुलाकाती रजिस्टर की जांच में विवरण अंकित नहीं था। कारागार के मुख्य द्वार पर तैनात कर्मियों ने बताया कि गेट पर तैनात एक जेल पुलिस कर्मी अब्बास अंसारी को कमरे से निकालकर बैरक की ओर ले गया है। कमरे में देखा तो वहां अब्बास की पत्नी निखत बानो मौजूद मिलीं।
उन्होंने बताया कि छह मार्च को मुखबिर की सूचना पर चकरेही चैराहा कर्वी से इस मामले में वांछित निलम्बित जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर पुत्र भिखारी सिंह निवासी मानपुर थाना खानपुर जिला बुलंदशहर, जेलर संतोष कुमार पुत्र स्व रामलखन निवासी बिहरदर थाना चंदवक जिला जौनपुर व जेल वार्डन जगमोहन सिंह पुत्र सीताराम सिंह निवासी नगलादेह थाना माट जिला मथुरा को गिरफ्तार किया। अशोक सागर की तलाशी में एक ओप्पो मोबाइल फोन, संतोष की तलाशी में एक सैमसंग मोबाइल फोन व संतोष की गाडी केआईए कारनेश यूपी 62सीपी- 0921 को सीज किया।
पैसे का लालच देकर अंदर आता था सामान
इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि ये वाहन इएमआई अब्बास अंसारी व निखत बानो की मदद से चुकाई गई है। विवेचना में पता चला कि अशोक सागर व संतोष कुमार तथा जगमोहन सिंह जिला कारागार के अन्दर गैरकानूनी गतिविधियां चला रहे हैं। अब्बास अंसारी ने इन्हें नियमित रुप से पैसों का प्रलोभन देकर बिना किसी रोकटोक के उसकी पत्नी व ड्राइवर फोन व अन्य सामान जेल लेकर जाने की खुली छूट देते रहे हैं। इन्हें पैसा कैंटीन संचालक नवनीत सचान देता रहा है।
सात फरवरी को जेल अधीक्षक व जेलर को आखिरी बार नवनीत ने पैसा दिया था। जेल वार्डन जगमोहन सिंह छह लाख रुपये नवनीत सचान के घर से लेकर आया था, इन्हें दिया था। पुलिस की पूंछताछ में उनकी निशानदेही पर अशोक सागर से चार लाख रुपये व संतोष से एक लाख 80 हजार रुपये बरामद किये हैं। आकस्मिक जांच में दस फरवरी को सीसीटीवी फुटेज देखने से पता चला कि उस दिन जगमोहन जेल के बाहर की संतरी पोस्ट पर तैनात था।
आठ लोगों को किया जा चुका है गिरफ्तार
जेल अधीक्षक के इशारे पर जगमोहन अन्दर आकर अब्बास अंसारी को डिप्टी जेलर चन्द्रकला के कमरे से निकालकर बैरक की ओर ले जा रहा था। इन तीनों को कोतवाली कर्वी में दर्ज मुकदमा अपराध संख्या 88/2023 धारा 387, 222, 186, 506, 201, 120बी, 195ए, 34 आईपीसी, 42बी, 54 प्रिजनर्स एक्ट व 7सीएलए एक्ट, 7/8/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अब तक निखत बानो, ड्राइवर नियाज, फराज खान व नवनीत सचान, डिप्टी जेलर चन्द्रकला, जेल अधीक्षक अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार व जेल वार्डन जगमोहन समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गिरफ्तार करने वाली टीम में अपराध शाखा निरीक्षक एमपी त्रिपाठी, निरीक्षक शिवमूरत सिंह यादव, कर्वी कोतवाल दीपेन्द्र कुमार सिंह, दरोगा विनय विक्रम सिंह, दरोगा राधेश्याम सिंह, सिपाही रोहित सिंह, पीयूषशरण श्रीवास्तव व दीपांकर सिंह शामिल रहे। पत्रकार वार्ता में एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी भी मौजूद रहे।
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