गोण्डा। जिले के नवाबगंज क्षेत्र के नंदिनी नगर स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित सीनियर नेशनल ओपेन रैंकिंग रेसलिंग चैम्पियनशिप पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण जैसे संगीन आरोपों का असर साफ दिखाई दिया जब शनिवार की रात में खेल मंत्रालय के द्वारा चैम्पियनशिप निरस्त कर दिया गया।
रविवार को निरस्त किए जाने की सूचना
शनिवार से शुरू हुई तीन दिवसीय चैंपियनशिप को रविवार को निरस्त किए जाने की सूचना मिलने पर विभिन्न प्रदेशों से अपना दमखम दिखाने के लिए आए पहलवानों ने घर वापसी शुरू कर दी। नंदिनी नगर महाविद्यालय के स्पोर्ट्स स्टेडियम में अब सन्नाटा पसर गया है। इसके साथ ही सांसद कैसरगंज बृजभूषण शरण सिंह ने भी मीडिया से दूरी बना ली है।
मीडिया कर्मी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के आवास पर जमा
रविवार को चैम्पियनशिप के निरस्त होने की पुष्टि होते ही तमाम मीडिया कर्मी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के आवास विशनोहरपुर पर जमा हो गए। हालांकि सांसद ने मीडिया से दूरी बनाए रखी और किसी भी मीडिया कर्मी को आवास के अंदर नहीं जाने दिया गया।
पहले दिन मुकाबले के बाद
नंदिनी नगर स्पोर्ट्स स्टेडियम में शनिवार को शुरू हुई तीन दिवसीय कुश्ती प्रतियोगिता का पहला मुकाबला फ्री स्टाइल में सभी भार वर्गों में कराया गया। मुकाबले का परिणाम भी घोषित कर दिया गया था। पहले दिन करीब 300 पहलवानों ने अपना जौहर दिखाया लेकिन कुश्ती निरस्त होने की सूचना मिलते ही अधिकतर पहलवान रात में ही अपने-अपने घरों की तरफ रवाना हो गए। रविवार की सुबह बचे हुए पहलवान भी निकल लिए। लाइट, टेंट और अन्य व्यवस्थाओं में लगे लोग भी अपना सामान समेटते दिखाई दिए। स्पोर्ट्स स्टेडियम में सन्नाटा पसर गया है।
एजीएम की बैठक भी निरस्त
रविवार को अयोध्या-गोरखपुर हाइवे पर स्थित रायल हेरिटेज होटल में आयोजित एजीएम की बैठक को भी निरस्त कर दिया गया, जिससे बैठक में शामिल होने के लिए पंहुचे कई पदाधिकारी भी बैरंग लौट गए।
दरअसल, डब्लूएफआई की समस्त गतिविधियों पर खेल मंत्रालय द्वारा तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेने आए जयपुर के पहलवान दिनेश यादव ने बताया कि कुश्ती निरस्त होने से सभी पहलवान निराश होकर अपने-अपने घर वापस जा रहे हैं। हरियाणा के पहलवान मंजीत ने बताया कि नंदिनी नगर महाविद्यालय में पहलवानों के लिए बहुत अच्छी व्यवस्था की गयी थी लेकिन कुश्ती प्रतियोगिता के निरस्त होने के कारण पहलवानों का खासा नुकसान हुआ है।