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राजौरी/जम्मू: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज राजौरी जिले में दौरे को लेकर सुरक्षा के बहुस्तरीय फैसले किए। शाह के दो आतंकवादी हमलों से पीड़ित एक दूसरे से मिलने का कार्यक्रम है। जिले के डांगरी क्षेत्र में सुरक्षा की पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। वहां तैरते हुए कैमरे दिखाई दे रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री जम्मू कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने का भी कार्यक्रम है। अलग-अलग सुरक्षा फोर्सेस और खुफिया जानकारी के वरिष्ठ अधिकारी इसमें भाग लेंगे।
अनुमान के विपरीत के पराकाष्ठा से शाह मिलते हैं
डांगरी गांव में 2 आतंकवादी हमलों में अल्पसंख्यक समुदाय के दो बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए। शाह की सुबह राजौरी वहां और वहां से सीधे डांगरी गांव जाने की कार्यक्रम है। वह आतंकी हमलों में जान फूंकने वाले लोगों के परिवार के सदस्यों से मिलेंगे। इस स्थिति पर केंद्रीय गृह सचिव ए.के. भल्ला, सीआरपीएफ के डीजी सुजॉय लाल थाउसेन, जो डीजी बीएसएफ का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं, आईबी के निदेशक तपन डेका, एनआईए प्रमुख दिनकर गुप्ता और रॉ प्रमुख नौकरशाह शाह के साथ होंगे।
अमित शाह के दौरे के मद्देनजर राजौरी में पक्की सुरक्षा व्यवस्था तय की गई है।
पूरा डांगरी गांव प्रतिबंधित क्षेत्र में बना हुआ है
अमित शाह राजौरी जिले में दौरे के मद्देनजर सुरक्षा की व्यापक प्रतीक्षा की जा रही है और पूरे डांगरी गांव को प्रतिबंधित क्षेत्रों में बंद कर दिया गया है। शुक्रवार सुबह से दोपहर तक लोगों के सामान्य चयापचय पर पाबंदी बनी रहती है। पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के कर्मियों को तैनात किया गया है, जबकि भारतीय सेना के नए क्षेत्रों में रोक रहेगी। डांगरी गांव का सीसीटीवी कैमरा भी देखा गया। वरिष्ठ पुलिस और सीएपीएफ अधिकारियों ने भी गुरुवार शाम क्षेत्र का दौरा किया था और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था।
स्थानीय राजभवन में यूटी में सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा करने के बाद शाह दोपहर में नई दिल्ली लौट आएं।
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