नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के कालकाजी थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात उस समय सनसनी फैल गई जब दो युवकों ने खुद को गोली मारे जाने की सूचना पुलिस को दी। मौके पर तेजी से पहुंची पुलिस ने दोनों घायल युवकों को इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन जब अस्पताल में दोनों की मेडिको-लीगल रिपोर्ट (MLC) तैयार हुई, तो मामले में बड़ा मोड़ आ गया — रिपोर्ट में कहीं भी गोली लगने की पुष्टि नहीं हुई।
घटना की पूरी कहानी
11 जुलाई की रात करीब 11:15 बजे, पुलिस कंट्रोल रूम (PCR) को एक कॉल मिली जिसमें बताया गया कि कालकाजी मेन मार्केट, टी-पॉइंट जैन शिकंजी के पास देशबंधु कॉलेज के नजदीक दो लोगों को गोली मारी गई है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को तत्काल सफदरजंग अस्पताल पहुंचाया।
घायलों की पहचान
- देव मलिक, उम्र 20 वर्ष, निवासी श्याम नगर, ओखला फेज-3
- निर्भय भाटी, उम्र 24 वर्ष, निवासी गली नंबर 16, तुगलकाबाद एक्सटेंशन
दोनो युवकों का इलाज फिलहाल जारी है।
- Advertisement -
MLC में आया बड़ा खुलासा
सफदरजंग अस्पताल द्वारा तैयार की गई MLC रिपोर्ट के अनुसार, दोनों युवकों को जो चोटें लगी हैं, वे सामान्य घाव और चोट हैं, गोली लगने जैसी कोई पुष्टि नहीं हुई है।
इससे पुलिस को मामले पर संदेह हुआ और घटनास्थल की जांच शुरू की गई।
बयान देने से किया इनकार
पुलिस ने जब दोनों पीड़ितों के बयान दर्ज करने की कोशिश की, तो उन्होंने बयान देने से इनकार कर दिया और कहा कि वे अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद थाने में आकर बयान देंगे। साथ ही, क्राइम स्पॉट की पहचान भी बाद में कराएंगे।
घटनास्थल से नहीं मिले गोली के कोई साक्ष्य
प्रारंभिक जांच में:
- कोई खाली कारतूस नहीं मिला
- स्थानीय लोगों को गोली चलने की कोई जानकारी नहीं
- घटनास्थल के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं
पुलिस ने कहा कि फिलहाल गोलीबारी की पुष्टि नहीं की जा सकती। जब तक पीड़ितों के बयान दर्ज नहीं हो जाते और तकनीकी साक्ष्य स्पष्ट नहीं होते, घटना की सत्यता पर संदेह बना रहेगा।
क्या सिर्फ ध्यान आकर्षित करने की साज़िश थी?
मामले की गंभीरता को देखते हुए कई सवाल उठने लगे हैं:
- क्या ये झूठी कॉल थी?
- क्या युवकों ने किसी निजी रंजिश या दिखावे के लिए गोलीबारी का नाटक रचा?
- या फिर सच्चाई कुछ और है?
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि जांच जारी है और स्थिति स्पष्ट होते ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
