
नई दिल्ली | संवाददाता
दिल्ली के द्वारका जिले के उत्तम नगर इलाके से एक चौंकाने वाला हत्या का मामला सामने आया है, जिसमें पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। घटना की साजिश को इतनी चालाकी से अंजाम दिया गया कि शुरू में यह एक हादसा लग रहा था। मगर एक मोबाइल चैट ने पूरे खेल का पर्दाफाश कर दिया।
हत्या की शिकार बना व्यक्ति करण देव था, जो एक निजी कंपनी में काम करता था और अपने परिवार के साथ ओम विहार फेस-1 में रहता था। उसकी पत्नी सुष्मिता देव और उसका प्रेमी राहुल देव, करण का चचेरा भाई निकला।
बिजली का झटका देकर की गई हत्या, हादसे का रूप देने की कोशिश
शुरुआती जांच में सामने आया कि सुष्मिता ने अपने प्रेमी राहुल के साथ मिलकर करण की बिजली के करंट से हत्या कर दी। घटना के तुरंत बाद सुष्मिता ने करण के परिजनों को बताया कि उसे अचानक करंट लग गया है और वह बेहोश हो गया है। परिजन जब तक मौके पर पहुंचे, करण बेसुध पड़ा था।
उसे तत्काल मग्गो अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुष्मिता और राहुल की ओर से इसे एक दुर्घटना बताया गया और पोस्टमार्टम से भी बचने की कोशिश की गई।
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पोस्टमार्टम को लेकर हुआ विरोध, पुलिस को लगी भनक
करण की बहन नैंसी कपूर ने बताया कि जब सुष्मिता ने घटना की जानकारी दी, वह खुद करण के घर आई थी और कहा कि करण को करंट लग गया है। जब परिवार अस्पताल पहुँचा, तो देखा कि करण के मुंह से झाग निकल रहा है — जो सामान्य करंट लगने की स्थिति से अधिक गंभीर संकेत था।
जब पुलिस को इसकी सूचना दी गई, तब सुष्मिता, राहुल और राहुल के पिता हरीश देव तीनों ने पोस्टमार्टम से मना करने की कोशिश की। मगर मौत संदिग्ध लगने के कारण पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया।
मोबाइल चैट से हुआ साजिश का भंडाफोड़
करण की मौत के बाद जब उसके दाह संस्कार की तैयारी चल रही थी, तब एक चौंकाने वाली घटना घटी। करण का छोटा भाई कुणाल देव, किसी वजह से राहुल का मोबाइल इस्तेमाल कर रहा था। वहीं उसे राहुल और उसकी भाभी सुष्मिता के बीच हुई चैटिंग मिल गई, जिसमें हत्या की पूरी साजिश का ज़िक्र था।
चैट में दोनों ने करण को रास्ते से हटाने की योजना, उसके बाद साथ रहने और उसकी संपत्ति को हथियाने की बात लिखी थी। यह देख कुणाल सन्न रह गया और तुरंत उत्तम नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
दोनों आरोपी गिरफ्तार, कबूल किया जुर्म
शिकायत मिलते ही पुलिस ने क्राइम और फोरेंसिक टीम को करण के घर भेजा, जहाँ साक्ष्य इकट्ठा किए गए। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुष्मिता और राहुल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पुलिस के अनुसार, सुष्मिता और राहुल के बीच दो साल से प्रेम संबंध थे। दोनों अक्सर चोरी-छिपे मिलते थे। सुष्मिता अब करण से छुटकारा चाहती थी ताकि वह राहुल के साथ खुलकर रह सके और करण की संपत्ति पर भी अपना दावा कर सके।
मासूम बेटे की परवाह नहीं, मां बनी हत्यारी
सबसे दर्दनाक बात यह है कि करण और सुष्मिता का एक छह साल का बेटा भी है, जो अब अपने पिता के बिना और मां की जेल में होने की स्थिति में अनाथ जैसा हो गया है।
सुष्मिता ने न सिर्फ अपने पति की हत्या की बल्कि अपने बेटे से भी उसका भविष्य छीन लिया। पुलिस अब बच्चे के संरक्षण को लेकर बाल कल्याण समिति और परिजनों से संपर्क कर रही है।
हत्या में तकनीक बनी हथियार, लेकिन चैट ने खोली पोल
इस घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि कैसे डिजिटल चैट, सोशल मीडिया और मोबाइल ऐप्स, अपराध की योजना बनाने का ज़रिया बन रहे हैं। लेकिन उसी तकनीक ने इस बार साजिश को बेनकाब कर दिया।
पुलिस ने मोबाइल से चैट रिकॉर्ड्स, कॉल लॉग्स और अन्य डिजिटल सबूत जब्त कर लिए हैं, जो कोर्ट में महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में पेश किए जाएंगे।
अब आगे क्या?
उत्तम नगर थाना पुलिस ने सुष्मिता और राहुल के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या), 120B (षड्यंत्र), और 201 (सबूत मिटाने का प्रयास) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और मामले की विस्तृत तफ्तीश जारी है।
परिवार अब इंसाफ की उम्मीद कर रहा है। करण के भाई कुणाल ने कहा –
“हमें शक तो था, लेकिन ऐसा घिनौना सच सामने आएगा, यह कभी सोचा नहीं था। हम चाहते हैं कि दोनों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।”