नामची: प्रेस क्लब ऑफ सिक्किम (PCS) अपने 23वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक ऐसे शख्स को सम्मानित करने जा रहा है, जिसने चार दशकों से भी ज़्यादा समय तक हर सुबह शहर के लोगों तक समाचार पहुंचाने का अपना वादा निभाया है।
1985-86 में नामची की गलियों में जब पहली बार रमज़ान अली ने अपने कंधे पर अखबारों का थैला उठाया, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि एक दिन यही शख्स शहर में समाचार वितरण का आधार बन जाएगा। आज, 67 वर्ष की आयु में, वह केवल एक अखबार वितरक नहीं बल्कि नामची की जागरूकता और साक्षरता की एक जीवंत मिसाल बन चुके हैं।
उनकी दुकान, जो नामची के दि सेंट्रल पार्क में स्थित है, न सिर्फ अखबारों का एक केंद्र है, बल्कि यह सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, पुस्तकालयों और आम नागरिकों के लिए सूचना का मुख्य स्रोत बन चुकी है। हिंदी, अंग्रेज़ी, नेपाली और बंगाली भाषाओं के अखबारों से लेकर साहित्यिक पत्रिकाओं और किताबों तक — रमज़ान अली की दुकान ने क्षेत्र में पढ़ने की संस्कृति को जीवित रखा है।
उन्होंने न सिर्फ द स्टेट्समैन, द टाइम्स ऑफ इंडिया, द हिंदू और द टेलीग्राफ जैसे राष्ट्रीय समाचार पत्रों को नामची में उपलब्ध कराया, बल्कि स्थानीय प्रकाशनों के साथ भी गहरा जुड़ाव बनाए रखा। 9 विभिन्न पंजीकृत प्रकाशन गृहों के साथ उनका वर्षों पुराना संबंध इस क्षेत्र की पत्रकारिता को मजबूती देता है।
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प्रेस क्लब ऑफ सिक्किम ने उनकी इन्हीं अमूल्य सेवाओं के सम्मान में उन्हें ‘समाचार पत्र वितरक सम्मान’ से नवाज़ने का निर्णय लिया है। यह सम्मान न केवल एक व्यक्ति की निष्ठा और कड़ी मेहनत को मान्यता देता है, बल्कि उस पूरे प्रयास को सलाम है जो सूचना को हर दरवाज़े तक पहुँचाने के पीछे होता है।
मोहम्मद रमज़ान अली एक मिसाल हैं — एक ऐसे व्यक्ति की जो हर सुबह हमारी दुनिया को थोड़ा और अधिक जानने लायक बनाता है।