महदेईया बाजार(बलरामपुर)। पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए सरकार हर वर्ष करोड़ों पौधे वन विभाग की मदद से लगवाती है। इस मुहिम के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए भी करोड़ों रुपये का फंड लगाया जाता है। स्कूलों, कालेजों में रैलियों का आयोजन करके लोगों को अधिक से अधिक पौधारोपण करने का संदेश दिया जाता है। बावजूद इसके सड़कों के किनारे पेड़ों की हो रही अंधाधुंध कटाई पर वन विभाग की कोई नजर नहीं है।
लकड़ी चोर गिरोह रात के अंधेरे में वृक्ष काटने में सक्रिय हैं, लेकिन विभाग इन पर नकेल कसने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। विभाग की ऐसी सुस्ती पर्यावरण के लिए खतरा बनती जा रही है, जबकि वन विभाग को लाखों की चपत भी लग रही है। तहसील उतरौला अंतर्गत गुमडी वन परिक्षेत्र के उतरौला-गोण्डा मार्ग के दोनों किनारों पर वन विभाग की ओर से लगाए गए पेड़ों की अंधाधुंध कटाई लगातार जारी है.
जबकि विभाग को इसकी खबर तक नहीं हैं। लकड़ी की चोरी करने वाले बेहद चालाकी से पेड़ों को जड़ों से ही काटकर ले जाते हैं। पर्यावरण प्रेमी एडवोकेट मुशाहिद, आरिफ, पप्पू, सफीउद्दीन, इलियास, रिजवान ने कहा कि सड़कों के किनारे लगे पेड़ों की देखभाल के प्रति विभाग गंभीर नहीं है। विभाग की सुस्ती से लकड़ी चोर गिरोह लगातार सक्रिय है। आयेदिन सड़क किनारे लगे वृक्ष गायब हो रहे हैं।
वृक्षों को जड़ों के पास से काटा जा रहा है, जिससे इनकी लकड़ी को बेचकर ऐसे गिरोह मोटी कमाई कर रहे हैं, जबकि विभाग हर वर्ष अधिक से अधिक पेड़ लगाने की दुहाई देता है। विभाग को इन वृक्षों की देखभाल के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।