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कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया। जालंधर से सांसद थे संतोख सिंह चौधरी। बताया जा रहा है कि संतोख सिंह चौधरी का निधन हार्ट अटैक से हुआ है। वह आज राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि पहले उनसे ठंड की शिकायत सामने आई और तबीयत खराब हो गई। इसके बाद एंबुलेंस के जरिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने पूरी घटना बताई
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने घटना को दुखद पीड़ित इंडिया टीवी को फोन पर बताया कि संतोख सिंह चौधरी भारत जोड़ो यात्रा में कुछ दूरी पर ही चल रहे थे और आधा घंटा पहले हम साथ थे। उन्होंने एकाएक एक एंबुलेंस को लेकर जाते देखा। कांग्रेस सांसद ने कहा कि वह काले रंग का ट्रैक सूट पहने हुए थे और एक-दूसरे से मिलने के लिए हमने स्वीकार भी किया। मनीष तिवारी ने आगे कहा कि वह हमारे बुजुर्ग थे और बड़े साल के लॉगर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा अभी रुकी हुई है।
कांग्रेस ने रोकी भारत जोड़ो यात्रा
संतोख सिंह चौधरी के निधन के बाद राहुल गांधी ने अपने भारतीय जोड़ो की यात्रा रोक दी है। यह यात्रा आज सहबद्धों के लाडोवाल टोल प्लाजा से फगवारा की ओर जा रही थी। सुबह करीब 8.45 बजे संतोख सिंह चौधरी की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद राहुल गांधी भी उन्हें देखने के लिए अस्पताल गए। लेकिन कांग्रेस सांसद का निधन हो गया। बता दें कि चौधरी संतोख सिंह 76 साल के थे।
संतोख सिंह चौधरी की सियासी यात्रा
बता दें कि संतोख सिंह चौधरी ने पंजाब के जालंधर निर्वाचन क्षेत्र से संसद का चुनाव जीता था। वर्ष 1978 में संतोख सिंह चौधरी पंजाब युवा कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बने। इसके बाद वर्ष 1987 में चौधरी जालंधर (ग्रामीण) की जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बनाए गए। वर्ष 1992 में उन्होंने अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता और पिल्लौर सीट से विधायक बने।
साल 1992 में ही वह पंजाब कांग्रेस विधायक दल की प्रेमिका बने। वर्ष 1995 में संतोख मुख्य ज़िला सचिव (ग्रामीण विकास और पंचायतों के प्रभार, ज़िला कार्य और विद्युत विभाग) बने। बाद में वे पंजाब सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री बनाए गए। इसके बाद वह कैबिनेट में भोजन और नागरिक आपूर्ति मंत्री रहे।
साल 1997 में संतोख चौधरी पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव बने और वे इस पद पर करीब एक साल तक रहे। वर्ष 2002 में वे पिल्हौर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीत कर पंजाब विधानसभा के सदस्य के रूप में गए। फिर 2004 से लेकर 2010 तक वे पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रहे। वर्ष 2014 में जालंधर निर्वाचन क्षेत्र, पंजाब से साडी पार्टी की पवन कुमार टीनू को हराने के बाद वे 16वीं लोकसभा के लिए फिर चले गए।
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