आजादी के 75 वर्ष के साथ ही इस साल भारत 16 में पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। इसका आयोजन भारत के सबसे बड़े हॉकी स्टेडियम बिरसा मुंडा इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम ओडीशा में किया गया है।
जो 13 जनवरी से 29 जनवरी तक चलेगा। दुनिया भर की 16 टीमें इस विश्व कप में शिरकत करेंगी जिन्हें 4 समूहों में विभाजित किया गया है। ग्रुप ग्रुप ए में ऑस्ट्रेलिया अर्जेंटीना फ्रांस और दक्षिण अफ्रीका है। ग्रुप बी में बेल्जियम जर्मनी कोरिया और जापान ग्रुप सी में नीदरलैंड न्यूजीलैंड मलेशिया और चिली हैं और वही ग्रुप डी में भारत स्पेन वेल्स और इंग्लैंड है।
भारत चौथी बार हॉकी विश्व कप की मेजबानी कर रहा है इससे पहले भी वह वर्ष 1982 में मुंबई 2010 में नई दिल्ली 2018में भुवनेश्वर और अब 2023 में राहुल केला के साथ इसका आयोजन भुनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में करने जा रहा है।
हॉकी विश्व कप की शुरुआत
पहली बार हॉकी विश्व कप का आगाज वर्ष 1971 में स्पेन के शहर बार्सिलोना में हुआ था। इसका संचालन अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) द्वारा किया जाता है हॉकी विश्व कप का सुझाव पाकिस्तान के एयर मार्शल नूर खान ने दिया था। पहली बार 10 टीमों ने मिलकर इस टूर्नामेंट की शुरुआत की जो अब तक की सबसे छोटी विश्वकप है इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान ने स्पेन को हराया था और पहला विश्वकप का खिताब अपने नाम किया था।
वर्ष 1978 से इस टूर्नामेंट का आयोजन 3 साल बाद होता था इससे पहले इस टूर्नामेंट का आयोजन दो 2 सालों के अंतराल पर आयोजित किया जाता था लेकिन अब इस टूर्नामेंट का आयोजन 4 साल बाद किया जा रहा है।
हॉकी विश्वकप में सबसे अधिक पदक जीतने का खिताब पाकिस्तान को है इसमें कुल 4 बार विश्वकप का खिताब अपने नाम किया है इसके बाद नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने तीन-तीन बार विश्व कप जीता है इसके साथ भारत ने वर्ष 1975 में अपने नाम किया था।
हॉकी विश्वकप के लिए कितना तैयार भारत
भारत की हॉकी टीम पेनाल्टी कॉर्नर कॉर्नर एक्सपोर्ट हरमनप्रीत सिंह के नेतृत्व में मैदान में उतरेगी टीम ने अपने आप को बेहतर बनाने के लिए पिछले ही साल ऑस्ट्रेलिया का दौरा भी किया था जिसमें पांच टेस्ट जीतने में सफल रही थी भारत को यह जीत ऑस्ट्रेलिया से 6 सालों बाद मिली टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले खिलाड़ियों को अनुभवी विशेषज्ञ व खिलाड़ियों के नेतृत्व में प्रशिक्षित किया गया है जिसके लिए बेंगलुरु में एक माह का साईं साईं सेंटर में 1990 के दशक के निर्धारण के पेनल्टी कार्नर विशेषज्ञ बाम लोमस को बुलाया गया था।
कैसा है बिरसा मुंडा स्टेडियम
बिरसा मुंडा स्टेडियम भारत का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम में जो स्टील सिटी राउरकेला में स्थित है, इस स्टेडियम को बनाने के लिए 15 एकड़ जमीन 15 महीनों का वक्त और 120 करोड़ रुपए की लागत आई है इस स्टेडियम में 20000 दशकों की बैठने की क्षमता है।
साथ ही स्टेडियम में एक तरल का निर्माण किया गया है जो ड्रेसिंग रूम और स्टेडियम के अंदर बने प्रैक्टिस स्पीच को जोड़ती है इसके अलावा वर्ल्ड कप का आयोजन भुनेश्वर में भी किया गया जिसके लिए दोनों शहरों को दुल्हन की तरह सजाया गया है।
विश्व कप का उद्घाटन उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने किया जिसमें तमाम फिल्में सितारे रनवीर सिंह, दिशा पाटनी संगीतकार प्रीतम इलाई आदि ने शिरकत की।
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संपादक- ख़बर हिंदी